Dosage: 20 drops to be given orally from each bottle between 15-20 minutes on 1/4 piece of roti (or spray I ml. directly in mouth with small syringe) 3 times a day for 3 day.
For small animals: Reduce dose to half (10 drops).
Give medicine1/2 hour before or 1 hour after meals. Use as directed by the veterinarian
एक प्रभावशाली होम्योपेथिक औषधि खुरपका- मुँहपका रोग के लिए ।
खुरपका – मुँहपका रोग : विभकत खुर वाले पशुओं का अत्यन्त संक्रामक एवं घातक विषाणुजनित रोग है। यह गाय , मैस , बकरी , सुअर आदि पशुओं को होता है।
लक्षण : 1. बीमार पशु के मुंह, मसुडे , जीभ के ऊपर नीचे होंठ के अन्दर का भाग खुरो के बीच की जगह पर छोटे-छोटे दानें से उभर आते
हैफिर दाने आपस मे मिलकर बड़े छाले फल जाते है और जख्म हो जाते है। , 2. मुंह से झाग और लार टपकना , 3. लंगड़ापन , 4. पशु को
तेज बुखार, छोटे बछड़ो व कटड़ो में अचानक मृत्यु।
खुराक: 20 बूंद प्रत्येक शीशी 15-20 मिनट के अन्तर से रोटी के 1/4 टुकड़े पर डालकर (या 1 मिली छोटी सिरिजं से सीधे मुहं में स्प्रे
करे) दिन में 3 बार पशु को खिलाये।
छोटे पशुओं के लिए : दवाई की मात्रा आधी (10 बूंद ) कर दीजिये।
चारा देने से ।/2 घण्टा पहले या | घण्टे बाद में दवा खिलाये।