Effects: 1. Stimulates the activity of lactiferous tissues 2. Increases the precentage of fat, minerals & protein in milk 3. Increases the vascularity of the mammary parenchyma.
Note: Refusal to let down milk due to death of calf.
Dosage: 20 drops to be given orally on 1/4 piece of roti (or spray 1 ml. directly in mouth with small syringe) 3 times a day for 3 day.
For small animal: (SHEEP, GOAT, DOG Etc.)- Reduce dose to half(10drops). Give medicine 1 /2 hour before Or 1 hour after meals.
एक उत्तम होम्योपैथिक औषधि दूध की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए।
लक्षण :1. पोषण असंतुलन के कारण दुग्धोत्पादन कम होना या पूर्णत : बन्द होना।, 2. दूध उत्पादन का कम-ज्यादा होना।, 3. सामान्य स्वस्थ पशु से बिना किसी कारण दूध कम होना। , 4. वातावरण में अचानक परिवर्तन के कारण दूध का कम होना।
प्रभाव :, 1. दुग्ध ग्रन्थियों की क्रिया शीलता को बढाता है।, 2. दूध में वसा ,खनिज तथा प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाता है।, 3. दुग्ध ग्रन्थियों में खून के प्रवाह को बढ़ाता है।
नोट: बच्चा मरने पर दूध न देना।
खुराक: 20 बूंद रोटी के 1/4 टुकड़े पर ड़ालकर (या 1 मिली छोटी सिरिजं से सीधे मुह में स्प्रे करे ) दिन में 3 बार पशु को खिलाये।
छोटे पशुओं के लिए : (भेड़, बकरी , कुत्ता आदि )- दवाई की मात्रा आधी (10 बूंद ) कर दीजिये।
चारा देने से |/2 घण्टा पहले या | घण्टे बाद में दवा खिलाये।