(VERY EFFECTIVE HOMEOPATHIC MEDICINE FOR CORYZA)
CORYZA is a bacterial disease of Poultry caused by Haemophilia paragallinarum serotypes. Disease is transmitted by direct contact with contaminated equipment or personnel’s. It occurs mainly as a chronic or seasonal problem in laying flocks with drop in egg production, swelling around face with a foul smell. Acute cases may show severe conjunctivitis and ocular discharge. For prevention, vaccines are available, however, serotypes involved in different outbreaks may vary and two vaccinations at 4 weeks interval with killed vaccines are required. Treatment may be carried out by antibiotics but sensitivity of different antibiotics vary and now due to chances of residue of antibiotics in eggs, their use is discouraged. Homeopathic medication using OCE CORYZWIN for 5-7 days is effective without any residual effect on eggs or any products.
NOTE : Proper mixing with water is very important.
( मुर्गीयों में कोराइजा रोग के बचाव व इलाज की प्रभावी होम्योपैथिक औषधि)
यह एक कीटाणुजनित रोग है जो ज्यादातर अण्डे देने वाली मुर्गियों में एक पुरानी बीमारी के रूप में देखी जाती है। मुर्गियों के मुँह पर, आँख के आसपास सूजन हो जाती है तथा शैड से काफी बदबू भी आती है। ऐसी मुर्गियों में अण्डों का उत्पादन कम हो जाता है तथा मृत्यु-दर भी बढ़ जाता है। इस बीमारी के कोटाणु काफी समय तक फार्म पर जीवित रह सकते हैं तथा एक से ज्यादा फलॉक होने पर दूसरों में भी फेलता जाता है। इस रोग के बचाव का टीका भी आता है परन्तु इसके बावजूद भी कई बार इसका प्रकोप हो जाता है। समय पर एन्टीबॉयोटिक का प्रयोग कर सकते हैं परन्तु इस बीच जो अण्डों का उत्पादन होता है उन्हें एन्टीबॉयोटीक प्रयोग बन्द होने के 5 दिन बाद तक इस्तेमाल न करें इस रोग में होम्योपेथिक दवा ओसी- कोराइजविन का प्रयोग करने से बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं, क्योंकि एण्टीबॉयोटिक का प्रयोग धीरे-धीरे हमें कम करना पड़ेगा। अत: होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग काफी फायदे मंद रहेगा।
लाभ: 1. कोई दुष्प्रभाव नहीं। 2. कोई औषधि-विरोध उत्पन्न नहीं होता है। 3. रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास में
बाधक नहीं। 4. अच्छी एफ.सी.आर. और ग्रोथ मिलती है 5. सुरक्षित व सस्ता इलाज।
खुराक :100 मुर्गियों के लिए 5-7 मि.ली., 2-3 घण्टे पीने के पानी में दिन में दो बार सुबह/शाम (3-5 दिन)। कि या सफेद ब्रेड को दवा के पानी में भीगाकर मुर्गीयों को खाने के लिए दें। या पशु चिकित्सक के परामर्श से प्रयोग करें।
नोट: सही तरीके से पानी में मिलाना बहुत जरूरी है